नवाचार की विशेषताएँ
नवाचार की विशेषताएँ– नवाचार की विशेषताओं पर ध्यान देने से पता चलता है कि इनके अनेक क्षेत्र, आयाम एवं तरीके हैं। इन्हें निम्न प्रकार व्यक्त किया जा सकता है
- नवाचार केवल बदलाव के लिए ही न हो, वरन् कार्य या परिस्थिति की आवश्यकता
- नवाचार किसी विचार को नये परिप्रेक्ष्य या नये तरीके से हृदयगम करना है। नवाचार ही नयी उपलब्धियों या लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है।
- नयाचार ही नयी उपलब्धियों या लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है।
- नवाचार से कार्य एवं विचारों में गुणवत्तापरक मूल्य आ जाते हैं।
- नवाचार यूँ ही स्वीकार न किया जाये, वरन् सोची-समझी रणनीति के अन्तर्गत इसे जीवन का अंग बनाना चाहिए।
- नवाचार में हमेशा कुछ विशिष्ठता तथा गुणवतत्ता पहले की तुलना में ज्यादा रहती है।
- नवाचार व्यावहारिक क्रिया से उत्पन्न अनुभवजन्य नव प्रयोग हैं, अतः व्यावहारिकता का स्थान इसमें ज्यादा रहता है।।
- नवाचार एक व्यक्ति, समूहों या कार्य करते हुए उत्पन्न नये विचारों से ही पैदा होता है।
- नवाचार में मानवीय पक्ष सबसे ज्यादा मजबूत होता है। अतः व्यक्ति अपनी स्थितियों तथा कार्य के अनुसार इसे लचीला बना लेता है।
नवाचार के मार्ग में आने वाली बाधाओं की संक्षेप में चर्चा कीजिए।