विद्या क्या है?

“सा विद्या या विमुक्तये” अर्थात विद्या वह है जो मोक्ष प्रदान करे। प्राचीन भारतीय मनीषियों की यह धारणा इसलिए भी हो सकती है क्योंकि प्राचीन समय में शिक्षा का उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करना था। यही कारण है कि शिक्षा को अध्यात्मिक विकास की प्रक्रिया कहा गया था। कुछ प्राचीन विद्वानों का मत है कि शिक्षा एक प्रकार की शान्ति होती है जो ज्ञान तथा अनुभव से प्राप्त की जा सकती है। अतः उनके अनुसार शिक्षा द्वारा सभी प्रकार की शक्ति का विकास होता है। “सा विद्याया विमुक्तये” के भाव को स्पष्ट करते हुए हार्न महोदय ने कहा है कि – “शारीरिक और मानसिक दृष्टि से विकसित, स्वतन्त्र और सचेतन मानव में ईश्वर के प्रति उत्कृस्ट अनुकूलन की निरन्तर प्रक्रिया है शिक्षा शिक्षा वह जो मनुष्य के बौठ्ठिक, भावात्मक एवं इच्छा शक्ति से सम्बन्धित वातावरण में अभिव्यक्त होती है।”

निर्देशन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 की व्याख्या कीजिए ।

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