शिक्षा गारण्टी योजना के शैक्षिक पैकेज का वर्णन कीजिए।

‘शिक्षा गारण्टी योजना’ का शैक्षिक पैकेज

समुदाय की मांग पर शिक्षा गारण्टी योजना आवश्यक न्यूनतम सामग्री (Inputs) देती है। यह सामग्री (Input) ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ (1986) के क्रियान्वयन कार्यक्रम (POA) की मुख्य रणनीति द्वारा प्रस्तुत किया गया है और जो प्रभावी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया (Effective Teaching Learning) के लिए आवश्यक है।

शिक्षा गारण्टी योजना’ (EGS) पैकेज में वे सामग्रियाँ (Inputs) है जो बच्चों को स्कूल में नियमित उपस्थिति के लिए सक्षम बनाएँगी और उन्हें न्यूनतम अधिगम स्तर को प्राप्त करने में सहायता करेगी।

‘शिक्षा गारण्टी योजना’ (EGS) के निम्नलिखित घटक है

1.शिक्षक

शिक्षा गारण्टी योजना (EGS) को 140 शिक्षक-विद्यार्थी अनुपात में शिक्षक उपलब्ध कराना चाहिए। शिक्षा गारण्टी योजना (EGS) में शिक्षक एक स्थानीय व्यक्ति होता है। महिलाओं शिक्षिकाओं को वरीयता दी जाती है। शिक्षक की न्यूनतम योग्यता उच्चतर माध्यमिक शिक्षा (Higher Secondary Education) है. यदि इस योग्यता के शिक्षक नहीं मिलते तो योग्यता को कक्षा 10 उत्तीर्ण तक लाया जा सकता है।

शिक्षक को ‘गुरुजी’ कहते हैं, इनका वेतन प्रतिमाह 500 रुपये हैं। स्थानीय समुदाय की सलाह से ग्राम पंचायत ही शिक्षकों का चयन करती है।

2.शिक्षण अधिगम सामग्री

राष्ट्रीय न्यूनतम अधिगम स्तर (Minimum Level of Learning) जिसका निश्चय मानव संसाधन विकास मन्त्रालय द्वारा नियुक्त प्रोफेसर आर. एच. दवे की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञ समिति ने किया है, इसी के आधार पर या स्थानीय समुदाय के अभिग्रहण (Adoptation) के आधार पर शिक्षण-अधिगम सामग्री (TLMs) को विकसित किया जा सकता है।

न्यूनतम अधिगम स्तर (MLL) स्पष्ट रूप से परिभाषित एक ‘योग्यता’ को इंगित करता है. जो एक औसत शिक्षण अधिगम परिस्थितियों में एक औसत बालक को प्राप्त करना चाहिए। इस समय काफी मात्रा में नई शिक्षण अधिगम सामग्री तैयारी की गयी है। पिछले वर्षों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद् (NCERT) तथा राज्य शैक्षिक अनुसन्धान प्रशिक्षण परिषद् (SCERTS) ने वर्तमान पाठ्य पुस्तकों में संशोधन करके न्यूनतम अधिगम स्तर पर तैयार किया है।

संचालन पद्धति

पहले कि शिक्षा में सुधार का अर्थ केवल भौतिक सुविधाओं का प्रसार और शिक्षण-अधिगम सामग्री में सुधार था लेकिन अब शिक्षक-प्रशिक्षण की प्रक्रिया में सुधार पर ध्यान दिया जा रहा है।

अब EGS पैकेज का विकास केवल सुलभता (Access) और भौतिक सुविधाओं (Mysical Facilities) के दायरे में न होकर अर्थपूर्ण शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया के लिए हो रहा है। यहाँ EGS पैकेज का अर्थ ‘न्यूनतम आवश्यक सामग्री’ से है और यदि कोई राज्य सरकार इस पैकेज में कुछ और जोड़ना चाहती है तो यह अपने EGS का संचालन उसी प्रकार से कर सकती है।

शिक्षक प्रशिक्षण –

नए और प्रभावी शिक्षक प्रशिक्षण मॉडल विकसित किए गए हैं और इनसे यह आशा की जाती है कि इन मॉड्यूल्स के द्वारा शिक्षकों में योगयता का विकास करने में शिक्षक-प्रशिक्षण प्रेरणा दायक और प्राभवी होगा। इस कार्य में सरकारी और गैर सरकारी (NGOs) संस्थाएँ सभी प्रयासरत है। पाठ्य सामग्री का आधार MLL ही है।

शिक्षक प्रशिक्षण जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम’ (District Primary Education Programme : DPEP) के अन्तर्गत होता है। शिक्षा कर्मियों के लिए प्रति वर्ष 10 दिन का प्रशिक्षण आवश्यक है।

मूल्यांकन और पर्यवेक्षण

यहाँ मूल्यांकन का तात्पर्य अधिगम कर्ता का ही मूल्यांकन है। शिक्षण-अधिगम सामग्री (TLMs) (जो कि MIL पर आधारित है।) सामान्य रूप से इस प्रकार निर्मित की गयी है कि शिक्षक अधिगम कर्ता को सतत मूल्यांकन (Continuous Evaluation) कर सकता है।

पुष्यभूति वंश के विषय में आप क्या जानते हैं?

शिक्षकों की सहायता के लिए स्रोत व्यक्ति (Resource Person) भी समय-समय पर मूल्यांकन करते रहते हैं, जिससे कि अभिभावक और बच्चे सभी शैक्षिक सम्प्राप्ति और उसकी कमियों के प्रति जागरूक रहते हैं।

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