नारी और फैशन पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।
प्रस्तावना-नारी ही संसार की सृष्टि का प्रमुख आधार है। नारी के बिना तो इस समाज की कल्पना मात्र भी नहीं […]
प्रस्तावना-नारी ही संसार की सृष्टि का प्रमुख आधार है। नारी के बिना तो इस समाज की कल्पना मात्र भी नहीं […]
प्रस्तावना-संसार में सदा ही युद्ध तथा शान्ति की आँख-मिचौली चलती रहती है, परन्तु मूल रूप से मानव शन्ति प्रेमी ही
प्रस्तावना- किसी भी देश में सभी उद्योग एक जैसे नहीं होते। कुछ उद्योग बहुत विशाल पूंजी एवं विद्युत श्रम-शक्ति से
प्रस्तावना – विन्रमता, आस्था, लगन, परिश्रम, सम्मान, कर्तव्यपरायणता जैसे गुण, जो कभी एक विद्यार्थी के आभूषण माने जाते थे, असन्तोष,
प्रस्तावना – पशुपालन का अर्थ है दुग्ध और मांस प्राप्त करने के लिए पशुओं को पालना। ग्रामीण लोग अधिकतर दुग्ध
प्रस्तावना – आज हम विज्ञान के युग में जी रहे हैं। विज्ञान के चमत्कार हमारे लिए वरदान साबित हो रहे
प्रस्तावना- ‘हरित’ अर्थात् ‘हरियाली’ हरा रंग मानव जीवन में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण माना जाता है। हरा होना अर्थात् सुखी और समृद्ध
प्रस्तावना- हम भारतवासियों ने कई सौ वर्षों तक अंग्रेजों के अत्याचार सहन किए हैं; शोषण सहन किए हैं। कितने ही
प्रस्तावना – ‘अन्तर्जातीय विवाह‘ अर्थात् दूसरी जाति में विवाह । प्राचीन भारत में अन्तर्जातीय विवाह की परम्परा एक स्वस्थ परम्परा
मुन्शी प्रेमचन्द का जीवन परिचय – प्रेमचन्द का जन्म सन् 1880 में बनारस जिले में हुआ था। इनका नाम धनपतराय