महँगाई की समस्या पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।
प्रस्तावना – जीवनयापन के लिए प्रत्येक व्यक्ति को रोटी, कपड़ा तथा मकान जैसी मूल आवश्यकताओं को जुटाने के लिए खेती, […]
प्रस्तावना – जीवनयापन के लिए प्रत्येक व्यक्ति को रोटी, कपड़ा तथा मकान जैसी मूल आवश्यकताओं को जुटाने के लिए खेती, […]
प्रस्तावना – मनुष्य एक सामाजिक, सभ्य एवं जागरुक प्राणी है। उसे सामाजिक प्राणी होने के नाते कई प्रकार के लिखित
प्रस्तावना- समस्या प्रधान देश भारतवर्ष की आज की सबसे विकट समस्या ‘बेरोजगारी’ की समस्या है। भारत में यह समस्या द्वितीय
प्रस्तावना- समाज में किसी भी प्रथा का आरम्भ किसी अच्छे उद्देश्य की पूर्ति के लिए ही होता है। लेकिन कभी-कभी
प्रस्तावना- देश का आर्थिक विकास एवं कल्याण निश्चित रूप से जनसंख्या वृद्धि की दर पर निर्भर करता है। जनसंख्या उत्पादन
प्रस्तावना – भीख माँगना एक कला है जिसमें निपुण होने के लिए अभ्यास बहुत आवश्यक है। भीख माँगने के अनेक
प्रस्तावना-‘निषेध’ का अर्थ किसी भी वस्तु के निर्माण, वितरण तथा बिक्री एवं उपभोग पर रोक लगना होता है। ‘मद्यनिषेध’ का
प्रस्तावना – ‘धरती का स्वर्ग’ कहा जाने वाला कश्मीर भारतवर्ष के उत्तर में बसा एक सुन्दर प्रदेश है। प्रकृति की
प्रस्तावना – प्रकृति प्रभु की रचना होने के कारण अजेय है। आदि मानव आदिकाल से ही प्रकृति की शक्तियों जैसे-
प्रस्तावना – मनुष्य सदियों से प्रकृति के प्रकोपो पर विजय प्राप्त करने का प्रयास करता आ रहा है, लेकिन किसी