भारतीय संदर्भ में विकास के सांस्कृतिक अवरोधों की व्याख्या कीजिये।
भारतीय संदर्भ – सांस्कृतिक अवरोध विकास की सामाजिकता में बाधक है? जब संस्कृति आत्मा के उत्कर्ष और सम्यक चेष्टा, मनुष्य […]
भारतीय संदर्भ – सांस्कृतिक अवरोध विकास की सामाजिकता में बाधक है? जब संस्कृति आत्मा के उत्कर्ष और सम्यक चेष्टा, मनुष्य […]
सामाजिक प्रक्रिया की अवधारणा – समाज में व्यक्ति की आवश्यकताएं अनंत हैं जिनकी पूर्ति के लिए वह दूसरे व्यक्तियों के
परम्परा की परिभाषा – श्री जिन्सबर्ग (Ginsberg ) के शब्दों में, “परम्परा का अर्थ उन सभी विचारों आदतों और प्रथाओं
संघर्ष की परिभाषा – संघर्ष मानवीय संबंधों में सदैव विद्यमान रहने वाली एक महत्वपूर्ण सामाजिक प्रक्रिया है। सामान्य रूप से
हिन्दू विवाह के निषेध अथवा नियम (Rules of Hindu Marriage) प्रत्येक समाज में विवाह से सम्बन्धित कुछ निषेध सम्बन्धी नियम
मातृसत्तात्मक परिवारों की प्रकृति एवं विशेषता निम्नलिखित है । (1) मातृसत्तात्मक परिवार स्त्री प्रधान होते हैं। इसमें वंश का नाम
प्रस्थिति एवं भूमिका में सम्बन्ध-व्यक्ति को समाज में अनेकों पद प्राप्त होते हैं जिसे वह अपनी योग्यता, कार्य कुशलता, निपुणता
मुस्लिम विवाह का स्वरूप – इनमें विवाह को ‘निकाह’ कहते हैं। मुस्लिम विवाह एक धार्मिक संस्कार नहीं वरन् एक दीवानी
संयुक्त भारतीय परिवार की परिभाषा, – जिस परिवार में एकाकी परिवार से अधिक तीन या तीन से ज्यादा पीढ़ियों के
सामाजिक स्तरीकरण का स्वरूप (Forms of Social Stratification)– यद्यपि स्तरीकरण प्रत्येक समाज की एक आवश्यक स्थिति है किन्तु स्तरीकरण का