हस्तिनापुर का ऐतिहासिक महत्व – हस्तिनापुर नगर की स्थापना महाभारत युद्ध से पूर्व हुई थी। यह नगर पाण्डवों की राजधानी था। इसके खण्डहर आज मेरठ की भवाना तहसील में गंगा तट पर गुणगंगा नामक स्थान पर मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि गंगा के बाढ़ के कारण राजा निचक्षु कौशाम्बी चले गये थे। यहाँ हस्तिनापुर से साम्य रखने वाले कुछ बर्तन भी मिले हैं। महाभारत में इस नगर का भव्य वर्णन मिलता है। भारत के प्राचीन नगरों में इसका महत्पूर्ण स्थान है। उत्खनन से ज्ञात होता है कि यहाँ आर्यो की सभ्यता का भी विकास हुआ था। यहाँ से हड़प्पा संस्कृति के अवशेष भी प्राप्त हुये हैं।