मानवीय संसाधन से अभिप्राय उन संसाधनों से है जो व्यक्ति की कार्य कुशलता में वृद्धि करते हैं जिनके प्रयोग से व्यक्ति अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करता है। निकिल एवं डार्सी के अनुसार, “मानवीय साधन वे साधन होते हैं जिनमें निम्नलिखित सम्मिलित होते हैं-“
ज्ञान (जो तथ्यात्मक एवं सम्बन्धात्मक होता है)। योग्यताएँ एवं कुशलताएँ (जन्मजात और अर्जित)। शक्ति (जो शारीरिक एवं मानसिक कार्य करने के लिए जरूरी है)। अभिवृत्तियाँ (शिक्षा को क्रियान्वित करने के सम्बन्ध में विचारधारा या भावनाएँ)।
- ‘ग्रीन का स्वतंत्रता सम्बन्धी सिद्धान्त’ की विशेषताओं का उल्लेख कीजिये।
- ‘प्रतिनिधि सरकार’ पर मिला के विचारों का वर्णन कीजिए।
- ‘भारत प्रजातियों का दावण पात्र है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए ?
- ‘शिक्षा में नूतन आयाम सामाजिक आर्थिक क्षेत्र में तेजी से हो रहे परिवर्तनों के लिए आवश्यक है।” विवेचना कीजिए।
- ‘शैक्षिक नवाचार शिक्षा में सुनियोजित सकारात्मक परिवर्तन का नाम है।” स्पष्ट कीजिये।
- ‘सबको शिक्षा सुलभ कराना’ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- ‘सामाजिक समझौता का सिद्धान्त’ के बारे में थामस हॉब्स के विचारों की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।