प्राचीन भारतीय इतिहास – भारतीय इतिहास को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया गया है
- भारतीय इतिहास
- मध्यकालीन भारतीय इतिहास
- आधुनिक भारतीय इतिहास
भारतीय इतिहासः भारतीय इतिहास का सबसे पहले का वह काल जिसकी जानकारी हमें साहित्यिक स्रोतों एवंम पुरातात्विक सामाग्रियों से होती है भारत का प्राचीन इतिहास कहलाता है। भारत का प्राचीन इतिहास अत्यन्त गौरवशाली था। इस काल में भारत में जिस सभ्यता का उदय हुआ की यह विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक थी जैसे सिन्धुकालीन सभ्यता। इसके बाद वैदिक युग का प्रारम्भ हुआ। वैदिक युग के पश्चात महाकाव्य काल ।
वाकाटक राजवंश का इतिहास प्रवरसेन द्वितीय तक संक्षेप में वर्णन कीजिए।
इस काल के पश्चात जैन और बौद्ध धर्म का उदय भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनायें थी तत्पश्चात हर्यक वंश, नन्दवंश और को मौर्य वंश से हमें भारतीय के विषय में निविक्रम में जानकारी प्राप्त होती है तथापि प्राचीन इतिहास की सही जानकारी का प्रायः अभाव ही है क्योंकि प्राचीन भारतीय विद्वानों में ऐतिहासिक चेतना का अभाव ही था उन्होंने इतिहास को उस दृष्टि से नहीं देखा जैसा कि यूरोप, अरब या आधुनिक भारतीय इतिहासकार देखते है। लेकिन भारतीय इतिहास के बारे में हम जो भी जानकारी प्राप्त हैं उससे हमें अपनी सभ्यता, संस्कृति, धर्म, सामाजिक व्यवस्था, रहन-सहन राजनैतिक व्यवस्था आदि के बारे में पर्याप्त जानकारी मिलती है और हमारे गौरवपूर्ण अतीत की याद दिलाती है।
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